“सशर्त” युद्धविराम, सिंधु संधि पर भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं: सूत्र

सूत्रों ने बताया कि युद्धविराम पर चर्चा पाकिस्तान द्वारा शुरू की गई थी।

नई दिल्ली: सूत्रों ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम सशर्त है और सिंधु जल संधि को निलंबित करने सहित पड़ोसी देश के खिलाफ कूटनीतिक उपायों पर भारत की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। सूत्रों ने जोर देकर कहा कि संघर्ष विराम पर बातचीत की पहल पाकिस्तान ने की थी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान की ओर इशारा किया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत का आतंकवाद के खिलाफ अडिग रुख है, जो नहीं बदलेगा।

युद्ध विराम के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्रालय ने भी इस बात पर जोर दिया कि भारत ने न केवल पाकिस्तान की ओर से मिसाइल और ड्रोन हमलों की तीन बड़ी लहरों को नाकाम कर दिया, बल्कि अपनी वायु रक्षा प्रणालियों को भी व्यापक नुकसान पहुंचाया, जिससे उसके हवाई क्षेत्र की रक्षा करना असह्य हो गया।

मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान के हर दुस्साहस का मजबूती से जवाब दिया गया है तथा भविष्य में किसी भी तरह की बढ़ोतरी पर निर्णायक जवाब दिया जाएगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों की शत्रुता के बाद युद्ध विराम की पहली घोषणा शनिवार शाम 5.35 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की। ट्रंप ने दावा किया कि शत्रुता समाप्त होने के बाद अमेरिका की मध्यस्थता में “रात भर चली लंबी बातचीत” हुई।

हालांकि, इसके तुरंत बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने अपने भारतीय समकक्ष को अपराह्न 3.35 बजे फोन किया था और युद्धविराम पर सहमति बन गई थी।

श्री मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने आज भारतीय मानक समयानुसार 1535 बजे भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष आज भारतीय मानक समयानुसार 1700 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।” उन्होंने कहा कि इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दे दिए गए हैं।